क्योंकि.......उस १० साल की छोटी सी बच्ची को गुरु शिष्य का रिश्ता कलंकित करते हुए मार डाला गया.और पुलिस चिता पर सिर्फ रोटियाँ सेकने का काम कर रही है.भला हो हिन्दुस्तान टाइम्स ग्रुप का जिन्होंने उस बच्ची की गरीब माँ का बैंक खाता खुलवाया और अपने समाचार पत्रों के माध्यम से कानपुर के इस प्रकरण को इतना उभारा कि अब पुलिस की जांच शायद सही दिशा में जा रही है.
ये कविता समर्पित है उसी छोटी सी बच्ची को जो अब हम सब से बहुत दूर जा चुकी है.
बहुत अफ़सोस होता है.... यशवंत जब आये दिन ऐसे सवाल हमारे सामने खड़े होते हैं | आपकी टिप्पणी से कविता में उठाया सवाल और भी मुश्किल हो गया...क्यूँकि....? :(
good message...good wishes for all ..keep it up yaswant ji
ReplyDeleteमासूम सी खूबसूरत रचना का आभार ।
ReplyDeleteप्रश्न आपका मुश्किल नहीं है पर उत्तर बहुत मुश्किल
ReplyDelete1.5/10
ReplyDeleteक्योंकि ?????????????
क्योंकि ?
ReplyDelete:( bahut mushkil sawal hai.... yashwant... kam shabd gahari baat
ReplyDeleteअरे ! यश मामासाब, आपका ब्लॉग तो बहुत अच्छा है ....यहाँ आकर आपकी आवाज़ भी सुनी मैंने :)
ReplyDeleteअनुष्का
क्यूंकि?????????????? आपने तो ढेरो वैचारिक रास्तों के किसी संगम में छोड़ दिया. .....
ReplyDeleteऑडियो अभिनन्दन बहुत ही अच्छा लगा!
ReplyDeleteक्योंकि.......उस १० साल की छोटी सी बच्ची को गुरु शिष्य का रिश्ता कलंकित करते हुए मार डाला गया.और पुलिस चिता पर सिर्फ रोटियाँ सेकने का काम कर रही है.भला हो हिन्दुस्तान टाइम्स ग्रुप का जिन्होंने उस बच्ची की गरीब माँ का बैंक खाता खुलवाया और अपने समाचार पत्रों के माध्यम से कानपुर के इस प्रकरण को इतना उभारा कि अब पुलिस की जांच शायद सही दिशा में जा रही है.
ReplyDeleteये कविता समर्पित है उसी छोटी सी बच्ची को जो अब हम सब से बहुत दूर जा चुकी है.
संजय जी,सुनील जी,उस्ताद जी,दिव्या जी,मोनिका जी, sweet heart Anushka,एवं वंदना जी आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद.
ReplyDelete@उस्ताद जी,@ दिव्या जी ..क्योंकि???(इसे मैंने स्पष्ट कर दिया है ऊपर की टिप्पणी में.)
Thanks Yashwant ji.
ReplyDeletebhaavpurn, chhoti si maarmik kavita...sundar sandesh.
ReplyDeleteओह! आपकी टिप्पणी से स्पष्ट हुआ..
ReplyDeleteक्या कहें..
[मूल्यांकन से बाहर पोस्ट]
ReplyDeleteबहुत ह्रदयविदारक और शर्मनाक घटना
बहुत शर्मनाक घटना
ReplyDeleteआपकी टिप्पणी से स्पष्ट हुआ
बहुत सही किया आपने कि टिप्पणी दी ...
ReplyDeleteशर्मनाक घटना ..... ये तो एक घटना है जो सामने आई है वरना ऐसी कियी मासूम चिड़िया रोज़ मारी जाती है ...
maarmik tathya par likhi kavita.... hridayvidarak hai!!!
ReplyDeletekyunki ke uttar sada durooh hi hote hain...
jane kyun...
शर्मनाक घटना .!
ReplyDeleteबहुत अफ़सोस होता है.... यशवंत जब आये दिन ऐसे सवाल हमारे सामने खड़े होते हैं | आपकी टिप्पणी से कविता में उठाया सवाल और भी मुश्किल हो गया...क्यूँकि....? :(
ReplyDeleteअपने विचार/अपनी टिप्पणी देने के लिए आप सभी का आभार और धन्यवाद.
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