[चित्र साभार:गूगल सर्च ] |
कुछ बातें
जो अक्सर घुमड़ती हैं
मन में
कुछ अच्छी
कुछ बुरी
कुछ खुशी
कुछ गम
कह देता हूँ
बिना कुछ
सोचे समझे
बेलाग बेधड़क
संकोच रहित हो कर
जिल्द बंधे
डायरी के
इन पन्नों से
ये पन्ने
महसूस करते हैं
मेरे मन को
मन के द्वन्द को
स्वार्थ रहित
होकर
ये सुनते हैं
शान्ति से
मुझ को
और
बाद में
एहसास
भी करा देते हैं
सही- गलत का
ये डायरी
ये पन्ने
सच्चे हमसफ़र हैं
सच्चे दोस्त हैं
राजदार हैं
सच्चा प्यार हैं
मेरी जिंदगी का.
"ये डायरी
ReplyDeleteये पन्ने
सच्चे हमसफ़र हैं"
बहुत खूबसूरती से अपने सचाई उकेर दी है ....
ये पन्ने
ReplyDeleteमहसूस करते हैं
मेरे मन को
मन के द्वन्द को
स्वार्थ रहित
होकर
ये सुनते हैं
शान्ति से
एकदम सच बात कही !
मुझ को
आपने सही कहा .. ये पन्ने ही हैं जो एक सच्चे दोस्त की तरह हमेशा हमारा दुःख सुख बांटते रहते हैं ..
ReplyDeletebahut acchi kavita likhi hai aapne.!!
ReplyDeleteये पन्ने
ReplyDeleteमहसूस करते हैं
मेरे मन को
मन के द्वन्द को
स्वार्थ रहित
होकर
ये सुनते हैं
..
बहुत सही कहा...ये पन्ने ही समझ पाते हैं मन की हर बात ..बहुत सुन्दर
हमारी डायरी हमेशा हमारी ही रहती है , बिलकुल सच और बहुत अच्छा कहा आपने !
ReplyDeleteये डायरी
ReplyDeleteये पन्ने
सच्चे हमसफ़र हैं
सच्चे दोस्त हैं
बहुत सुंदर ....यह पन्ने यक़ीनन सच्चे दोस्त होते हैं....
सच है यशवंत....
ReplyDeleteआशीष
--
लम्हा!!!
ज़िन्दगी की डायरी के पन्नों को पढ़ने की बेहतरीन कोशिश!
ReplyDeleteआप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!
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