(1)
कितनी अजीब होती है
ये ख़्वाबों की दुनिया
जो होता नहीं
वो हो जाता है
जो कहा नहीं जा सकता
कह दिया जाता है
(2)
फूलों की राह
नसीब नहीं होती
हर किसी को
हर सुगंध को
क़दमों में
बिछा दिया जाता है
और
हर एहसास
हो जाता है ख़ास
कुछ पल के लिए
(3 )
ये बात और है कि
नींद से जाग कर
पाँव पड़ते हैं
काँटों की राह पर
और हर आह पर
याद आते हैं
वो ख़्वाबों के
दो मीठे पल.
कितनी अजीब होती है
ये ख़्वाबों की दुनिया
जो होता नहीं
वो हो जाता है
जो कहा नहीं जा सकता
कह दिया जाता है
(2)
फूलों की राह
नसीब नहीं होती
हर किसी को
हर सुगंध को
क़दमों में
बिछा दिया जाता है
और
हर एहसास
हो जाता है ख़ास
कुछ पल के लिए
(3 )
ये बात और है कि
नींद से जाग कर
पाँव पड़ते हैं
काँटों की राह पर
और हर आह पर
याद आते हैं
वो ख़्वाबों के
दो मीठे पल.
जो कहा नहीं जा सकता
ReplyDeleteकह दिया जाता है
बेहतरीन शब्द रचना ...।
हर एहसास
ReplyDeleteहो जाता है ख़ास
कुछ पल के लिए
sach hai
हर एहसास
ReplyDeleteहो जाता है ख़ास
कुछ पल के लिए..
बहुत सुन्दर और सार्थक रचना..
हर एहसास
ReplyDeleteहो जाता है ख़ास
कुछ पल के लिए
अच्छी अभिव्यक्ति, बधाई
और हर आह पर
ReplyDeleteयाद आते हैं
वो ख़्वाबों के
दो मीठे पल
सराहनीय प्रस्तुति.
teeno rachnayen bahut achchhi .....komal bhaon se saji
ReplyDeleteफूलों की राह
ReplyDeleteनसीब नहीं होती
हर किसी को
हर सुगंध को
क़दमों में
बिछा दिया जाता
बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति.
नींद से जाग कर पाँव पड़ते हैं
ReplyDeleteकाँटों की राह पर
और हर आह पर
याद आते हैं वो ख़्वाबों के
दो मीठे पल.
सुन्दर अभिव्यक्ति
बधाई
sach kaha hai ! bahut achcha!
ReplyDeleteनींद से जाग कर पाँव पड़ते हैं
ReplyDeleteकाँटों की राह पर
और हर आह पर
याद आते हैं वो ख़्वाबों के
दो मीठे पल.
बहुत सुंदर रचना
सुन्दर अभिव्यक्ति । बधाई !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और सार्थक रचना| धन्यवाद|
ReplyDeleteआप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद.
ReplyDeleteफूलों की राह
ReplyDeleteनसीब नहीं होती
हर किसी को
हर सुगंध को
क़दमों में
बिछा दिया जाता है
और
हर एहसास
हो जाता है ख़ास
कुछ पल के लिए
बेहतरीन पंक्तियाँ अच्छी कविता के लिए बधाई