16 March 2011

कुछ मैं भी लिख दूँ.

सब ने
सब कुछ तो कह दिया
हर रंग बिखेर दिया
मैं भी चाहता हूँ कहना
वही सब दोहराना
हां
मगर अपनी तरह से
सोच रहा हूँ
कुछ मैं भी लिख दूँ.

14 comments:

  1. सब ने
    सब कुछ तो कह दिया
    हर रंग बिखेर दिया
    मैं भी चाहता हूँ कहना
    वही सब दोहराना
    हां
    मगर अपनी तरह से
    सोच रहा हूँ
    कुछ मैं भी लिख दूँ.

    सुन्दर कविता.. बेहद कोमल रचना और भाव !
    आपको सपरिवार होली पर शुभकामनायें..

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  2. likhiye-likhiye... holi sabke liye rangeeli hai...

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  3. हां
    मगर अपनी तरह से
    सोच रहा हूँ
    कुछ मैं भी लिख दूँ.


    वाह बहुत बढ़िया ....

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  4. बहुत भावमयी रचना...बहुत सुन्दर

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  5. क्या बात है...

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  6. इसे लिखा माने या भूमिका.

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  7. हम तो इंतजार में ही बैठे है। होली की हार्दिक शुभकामनाएॅ।

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  8. CHALIYE AAP NE BHI KUCHH KAH LIYA...MUJHE KHUSHI HUI...MAN KI BAAT TO ITNI HIN SUNDAR HOTI HAY.

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  9. ये अन्दाज़ भी सुन्दर है…………होली की हार्दिक शुभकामनायें।

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  10. होली की शुभ कामनाओं के साथ आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद!

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