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07 May 2011

तुम्हारे लिये

(मेरी माँ )

 हर सुख में 
हर दुःख में 
तुम मेरे साथ हो 
किसी छाया की तरह 

जीवन के 
इन ऊबड़ खाबड रास्तों पर 
इस मृग मरीचिका में 
मेरे भटकते क़दमों को 
तुमने दिखाई है 
एक नयी दिशा 
और आज
इतना कुछ देकर भी 
तुम
मांगती कुछ भी नहीं 

तो क्यों न 
मैं ही दे दूँ 
तुमको 
ये कुछ शब्द
अथाह समुद्र में 
एक छोटी बूँद की तरह .


16 comments:

  1. मां को मेरा नमन....

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  2. bhut khubsurat shabd diye hai apne maa ko... happy mothers day...

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  3. बहुत सुंदरता से अभिव्यक्त किया है अपनी भावनाओं को...

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  4. .तो क्यों न
    मैं ही दे दूँ
    तुमको
    ये कुछ शब्द
    अथाह समुद्र में
    एक छोटी बूँद की तरह .
    बिलकुल सही .

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  5. दिल को छु लेने वाली रचना। आभार।

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  6. happy mother"s day.maa ke baare main saarthak rachanaa.badhaai aapko.

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  7. बहुत ही सुंदर और भावपूर्ण लिखा है यशवंत ......यह स्नेह यूँ ही बना रहे ..यही दुआ है...

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  8. बहुत सुंदर लिखा यशवंत भैया ..... हम सब अपनी मामा यूँ ही प्यार करें .....

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  9. बहुत सुन्दर ....

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  10. बहुत खूबसूरत....

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  11. बहुत सुन्दर भावों के साथ माँ की याद को सजाया है । मातृ दिवस की बधाई । धन्यवाद ।

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  12. बहुत सुन्दर लिखा है आपने ... !

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  13. आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!

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  14. बहुत अच्छा लिखा है .....
    जानते हो यशवन्त मां होने की एकमात्र योग्यता सिर्फ़ यही है कि बच्चों से कुछ भी न चाहते हुए उनकी तरक्की में और सपनों में अपनी खुशी पाना .....बस मां की सोची हर मंज़िल तुम्हे मिले यही कामना है जिससे मां सुख पाये !

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  15. बहुत ही प्यारी रचना..
    :-)

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