तुम्हारे लिये
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(मेरी माँ ) |
हर सुख में
हर दुःख में
तुम मेरे साथ हो
किसी छाया की तरह
जीवन के
इन ऊबड़ खाबड रास्तों पर
इस मृग मरीचिका में
मेरे भटकते क़दमों को
तुमने दिखाई है
एक नयी दिशा
और आज
इतना कुछ देकर भी
तुम
मांगती कुछ भी नहीं
तो क्यों न
मैं ही दे दूँ
तुमको
ये कुछ शब्द
अथाह समुद्र में
एक छोटी बूँद की तरह .
मां को मेरा नमन....
ReplyDeletebhut khubsurat shabd diye hai apne maa ko... happy mothers day...
ReplyDeleteman tujhe salam ....
ReplyDeleteबहुत सुंदरता से अभिव्यक्त किया है अपनी भावनाओं को...
ReplyDelete.तो क्यों न
ReplyDeleteमैं ही दे दूँ
तुमको
ये कुछ शब्द
अथाह समुद्र में
एक छोटी बूँद की तरह .
बिलकुल सही .
दिल को छु लेने वाली रचना। आभार।
ReplyDeletehappy mother"s day.maa ke baare main saarthak rachanaa.badhaai aapko.
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर और भावपूर्ण लिखा है यशवंत ......यह स्नेह यूँ ही बना रहे ..यही दुआ है...
ReplyDeleteबहुत सुंदर लिखा यशवंत भैया ..... हम सब अपनी मामा यूँ ही प्यार करें .....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ....
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावों के साथ माँ की याद को सजाया है । मातृ दिवस की बधाई । धन्यवाद ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर लिखा है आपने ... !
ReplyDeleteआप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!
ReplyDeleteबहुत अच्छा लिखा है .....
ReplyDeleteजानते हो यशवन्त मां होने की एकमात्र योग्यता सिर्फ़ यही है कि बच्चों से कुछ भी न चाहते हुए उनकी तरक्की में और सपनों में अपनी खुशी पाना .....बस मां की सोची हर मंज़िल तुम्हे मिले यही कामना है जिससे मां सुख पाये !
बहुत ही प्यारी रचना..
ReplyDelete:-)