आज दो जून है और आज ही के दिन पिछले साल मैंने ब्लॉग लिखना शुरू किया था.हालांकि bloogger.com पर मैंने अगस्त 2008 में ही आई डी बना ली थी.ब्लॉग वास्तव में क्या है यह मुझे नहीं पता था हाँ इतना पता था कि अमिताभ बच्चन जी भी ब्लॉग लिखते हैं और एक दिन मेरा भी ब्लॉग होगा.और यह सपना साकार तब हुआ जब पिछले साल मई में लखनऊ ट्रांसफर न होने और एनुअल अप्रेज़ल से असंतुष्ट हो कर मैंने एक मशहूर रिटेल चेन के कस्टमर सर्विस से रिजाइन कर दिया और पापा की इच्छा और सहमति से घर पर ही अपना साइबर कैफे शुरू कर दिया.28 मई को इस कैफे ने भी एक साल पूरा कर लिया है.
यूँ देखा जाए तो लिख तो मैं आठ वर्ष की उम्र से रहा हूँ.उसकी भी एक कहानी है.आगरा से निकलने वाले साप्ताहिक सप्तदिवा में पापा के लेख नियमित रूप से प्रकाशित होते थे.अक्सर पापा अखबारों में छापने वाली बाल कवितायेँ पढ़ कर सुना दिया करते थे.न जाने कहाँ से मेरे मन में यह बात आ गयी कि पापा लेख लिखते हैं मैं कवितायेँ लिखूंगा.मैंने तुकबंदी में एक बे सिर पैर की कविता लिख कर दे दी जिसे संपादक महोदय ने सहर्ष यह कहते हुए कि बच्चे ने लिखा है छपेगा ज़रूर कह कर छाप भी दिया (इसकी प्रति शीघ्र ही पापा के ब्लॉग कलम कुदाल पर उपलब्ध होगी).बस फिर क्या था अखबार में अपना नाम और कविता देख कर तो लिखने का ऐसा चस्का लगा जो अब तक ज़ारी है.
मैं यह स्वीकार करता हूँ कि इतना सब के बावजूद मेरा लेखन ,मेरी कवितायेँ और मेरे लेख मेरे हम उम्र साथियों के समान उच्च स्तर के नहीं है फिर भी यह मेरा सौभाग्य है कि आत्मसंतुष्टि की मेरी इस अभिव्यक्ति को आप विद्वतजन पसंद करते हैं.
जब मैंने ब्लॉग लिखना शुरू किया तब यह नहीं पता था कि हिंदी ब्लॉग जगत काफी विस्तृत है बहुत से लोग ब्लॉग लिखते हैं और उन पर टिप्पणियों के रूप में प्रतिक्रियाएं भी दी जाती हैं.मैंने शुरू में अपनी डायरी में लिखी हुई कविताओं को ब्लॉग पर डालना शुरू किया (हाँ जो मेरा मन कहे शीर्षक से लिखी गयी इस ब्लॉग की सर्वप्रथम कविता मैंने ब्लॉग बनाने के तुरंत बाद लिखी थी.) अब डायरी में लिखी सभी कवितायेँ यहाँ आ चुकी हैं और अब आप मेरी बिलकुल नयी रचनाएं पढ़ रहे हैं जो अधिकतर उसी समय लिख कर पब्लिश की जाती हैं.
जून में ब्लॉग शुरू हुआ और पहला कमेन्ट आदरणीया वीना जी ने लिखा मेरी पोस्ट स्वार्थ पर सितम्बर में .यह मेरे लिये अभी भी एक रहस्य ही है कि उन्हें मेरे ब्लॉग के बारे में कैसे पता चला? उस पोस्ट पर सुरेन्द्र भाम्बू जी,श्री के आर जोशी जी,अजय कुमार जी एवं आनंद पांडे जी के ब्लॉग जगत में स्वागत के भी कमेंट्स मुझे मिले.तब यह एहसास हुआ कि मेरा ब्लॉग भी पढ़ा और देखा जाता है.कमेंट्स करने वालों के प्रोफाइल्स से मुझे उनके तथा उनपर की गयी टिप्पणियों से अन्य ब्लोग्स के बारे में पता चलता गया.
मैंने जो ब्लोग्स फौलो कर रखे हैं.उन में बच्चों के सभी ब्लोग्स (जिनके बारे में मैं अभी तक जानता हूँ)अनुष्का,पाखी,चैतन्य,रिमझिम,माधव ,लविज़ा ,पंखुरी ,कुहू ,नन्ही परी और हेमाभ के ब्लोग्स मुझे एक अलग ही दुनिया की सैर करा देते हैं.इन बच्चों का उत्साह,इनकी शैतानियाँ,डांस और ड्राइंग्स सभी कुछ बेहतरीन है और इनके मम्मी-पापा और संपादक मंडल को मैं तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ इतने अच्छे ब्लोग्स के लिये और इन नन्हे मुन्नों की गतिविधियां हम सब से शेयर करने के लिये.
जहाँ तक बड़ों के ब्लोग्स की बात है तो आदरणीय/आदरणीया प्रमोद जोशी जी,वीना जी,रश्मि जी,अनुपमा पाठक जी,अपर्णा मनोज जी,मोनिका जी,अल्पना वर्मा जी,ज़ाकिर अली जी,प्रमोद ताम्बट जी ,मनोज जी,वंदना जी, आशीष जी, इन्द्रनील जी ,डॉक्टर शरद सिंह जी,तृप्ति जी, निवेदिता जी, मीनाक्षी जी ,अपर्णा त्रिपाठी जी, कैलाश शर्मा जी, माहेश्वरी जी, अनीता जी,अनुपमा सुकृति जी,सत्यम शिवम जी,अंजलि माहिल जी, ज्योति जी,और सुषमा जी के ब्लोग्स एवं लेखन शैली से मैं सर्वाधिक प्रभावित हूँ.इनके ब्लोग्स को पढ़ कर काफी कुछ जानने ,सीखने और समझने को मिलता है.और मेरी भी कोशिश रहती है कि इन्हें पढ़ कर मैं भी अपना स्तर सुधारूं.
बहरहाल आप सभी के स्नेह और आशीर्वाद से इस 203वीं पोस्ट और 87 चाहने वालों के साथ इस ब्लॉग ने एक साल का सफर तय कर लिया है.कल क्या लिखूंगा,कब तक लिखूंगा कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं है बस इस ब्लॉग के नाम को सार्थक करने की कोशिश ज़ारी है.
[विशेष-आज पापा के ब्लॉग का भी एक वर्ष पूरा हो गया है]
यूँ देखा जाए तो लिख तो मैं आठ वर्ष की उम्र से रहा हूँ.उसकी भी एक कहानी है.आगरा से निकलने वाले साप्ताहिक सप्तदिवा में पापा के लेख नियमित रूप से प्रकाशित होते थे.अक्सर पापा अखबारों में छापने वाली बाल कवितायेँ पढ़ कर सुना दिया करते थे.न जाने कहाँ से मेरे मन में यह बात आ गयी कि पापा लेख लिखते हैं मैं कवितायेँ लिखूंगा.मैंने तुकबंदी में एक बे सिर पैर की कविता लिख कर दे दी जिसे संपादक महोदय ने सहर्ष यह कहते हुए कि बच्चे ने लिखा है छपेगा ज़रूर कह कर छाप भी दिया (इसकी प्रति शीघ्र ही पापा के ब्लॉग कलम कुदाल पर उपलब्ध होगी).बस फिर क्या था अखबार में अपना नाम और कविता देख कर तो लिखने का ऐसा चस्का लगा जो अब तक ज़ारी है.
मैं यह स्वीकार करता हूँ कि इतना सब के बावजूद मेरा लेखन ,मेरी कवितायेँ और मेरे लेख मेरे हम उम्र साथियों के समान उच्च स्तर के नहीं है फिर भी यह मेरा सौभाग्य है कि आत्मसंतुष्टि की मेरी इस अभिव्यक्ति को आप विद्वतजन पसंद करते हैं.
जब मैंने ब्लॉग लिखना शुरू किया तब यह नहीं पता था कि हिंदी ब्लॉग जगत काफी विस्तृत है बहुत से लोग ब्लॉग लिखते हैं और उन पर टिप्पणियों के रूप में प्रतिक्रियाएं भी दी जाती हैं.मैंने शुरू में अपनी डायरी में लिखी हुई कविताओं को ब्लॉग पर डालना शुरू किया (हाँ जो मेरा मन कहे शीर्षक से लिखी गयी इस ब्लॉग की सर्वप्रथम कविता मैंने ब्लॉग बनाने के तुरंत बाद लिखी थी.) अब डायरी में लिखी सभी कवितायेँ यहाँ आ चुकी हैं और अब आप मेरी बिलकुल नयी रचनाएं पढ़ रहे हैं जो अधिकतर उसी समय लिख कर पब्लिश की जाती हैं.
जून में ब्लॉग शुरू हुआ और पहला कमेन्ट आदरणीया वीना जी ने लिखा मेरी पोस्ट स्वार्थ पर सितम्बर में .यह मेरे लिये अभी भी एक रहस्य ही है कि उन्हें मेरे ब्लॉग के बारे में कैसे पता चला? उस पोस्ट पर सुरेन्द्र भाम्बू जी,श्री के आर जोशी जी,अजय कुमार जी एवं आनंद पांडे जी के ब्लॉग जगत में स्वागत के भी कमेंट्स मुझे मिले.तब यह एहसास हुआ कि मेरा ब्लॉग भी पढ़ा और देखा जाता है.कमेंट्स करने वालों के प्रोफाइल्स से मुझे उनके तथा उनपर की गयी टिप्पणियों से अन्य ब्लोग्स के बारे में पता चलता गया.
मैंने जो ब्लोग्स फौलो कर रखे हैं.उन में बच्चों के सभी ब्लोग्स (जिनके बारे में मैं अभी तक जानता हूँ)अनुष्का,पाखी,चैतन्य,रिमझिम,माधव ,लविज़ा ,पंखुरी ,कुहू ,नन्ही परी और हेमाभ के ब्लोग्स मुझे एक अलग ही दुनिया की सैर करा देते हैं.इन बच्चों का उत्साह,इनकी शैतानियाँ,डांस और ड्राइंग्स सभी कुछ बेहतरीन है और इनके मम्मी-पापा और संपादक मंडल को मैं तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ इतने अच्छे ब्लोग्स के लिये और इन नन्हे मुन्नों की गतिविधियां हम सब से शेयर करने के लिये.
जहाँ तक बड़ों के ब्लोग्स की बात है तो आदरणीय/आदरणीया प्रमोद जोशी जी,वीना जी,रश्मि जी,अनुपमा पाठक जी,अपर्णा मनोज जी,मोनिका जी,अल्पना वर्मा जी,ज़ाकिर अली जी,प्रमोद ताम्बट जी ,मनोज जी,वंदना जी, आशीष जी, इन्द्रनील जी ,डॉक्टर शरद सिंह जी,तृप्ति जी, निवेदिता जी, मीनाक्षी जी ,अपर्णा त्रिपाठी जी, कैलाश शर्मा जी, माहेश्वरी जी, अनीता जी,अनुपमा सुकृति जी,सत्यम शिवम जी,अंजलि माहिल जी, ज्योति जी,और सुषमा जी के ब्लोग्स एवं लेखन शैली से मैं सर्वाधिक प्रभावित हूँ.इनके ब्लोग्स को पढ़ कर काफी कुछ जानने ,सीखने और समझने को मिलता है.और मेरी भी कोशिश रहती है कि इन्हें पढ़ कर मैं भी अपना स्तर सुधारूं.
बहरहाल आप सभी के स्नेह और आशीर्वाद से इस 203वीं पोस्ट और 87 चाहने वालों के साथ इस ब्लॉग ने एक साल का सफर तय कर लिया है.कल क्या लिखूंगा,कब तक लिखूंगा कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं है बस इस ब्लॉग के नाम को सार्थक करने की कोशिश ज़ारी है.
[विशेष-आज पापा के ब्लॉग का भी एक वर्ष पूरा हो गया है]
बहुत बधाई यशवंतजी
ReplyDeleteयशवंत आपको बहुत बहुत बधाई ... ब्लॉग दुनिया में कामयाबी के लिए नियमित लेखन और अच्छे लेखन की ज़रूरत है और आप दोनों में खरे उतरते हो ... उम्मीद है आगे भी आपका लिखना ज़ारी रहेगा ... आपकी रचनाओं को पढ़ना हमें भी अच्छा लगता है ... लिखते रहिये ...
ReplyDeleteCongratulations to your dad and you.... undoubtedly you write fantastically.... Keep doing it.
ReplyDeletePS: I love the background instrumental music on your blog, its like cherry on the cake.
PS: I am overwhelmed as you have mentioned my blog in the post, but I guess it was overrated because the quality of writing being done here in blogger is much much beyond me.
ReplyDeleteAnyways thanks again !!
बधाई यशवंत ...सतत लेखन की शुभकामनायें.....
ReplyDeleteyahwant ji bahut bahut shubhkamnayen.yahi bhav jeevan bhar bana rahe safalta yoonhi kadam choomti rahe.
ReplyDeleteBAHUT BAHUT BADHAI YASWANT JI ISI TARAH SAAL DAR SAAL AAPKA YE BLOG CHALTA RAHE CHALTA CHALTA RAHE...
ReplyDeleteNEERAJ
सैयद अकबर जी की मेल से प्राप्त टिप्पणी-
ReplyDelete-------------------------------------------------------
प्रिय यशवंत,
ब्लॉग के एक साल पूरा करने पर बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं.
Regards
Syed Akbar
चरैवेति चरैवेति
ReplyDeleteशुभकामनाये
Jyoti ji!
ReplyDeleteThank you so much for your blessings on this post.
I follow more than 200 blogs and your blog is one of my most fav.blogs.
it was not overrated. the quality and contents on your blog are very impressive and am trying to read all your posts.
Have a good day!
यशवंत जी आप बहुत अच्छा लिखते हैं|ब्लॉग जगत में सार्थक एक वर्ष पूर्ण होंने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाये|
ReplyDeleteएक वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर हार्दिक बधाई ....
ReplyDeletehttp://shayaridays.blogspot.com
ReplyDeleteब्लॉग जगत में एक वर्ष पूर्ण करने पर बहुत-बहुत बधाई ...शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteएक वर्ष पूर्ण कर लेने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनायें………ये लेखन सतत चलता रहे यही कामना है।
ReplyDeleteAise hi jaldi se 11 saal bhi poore honge. Lage rahiye.
ReplyDelete............
प्यार की परिभाषा!
ब्लॉग समीक्षा का 17वां एपीसोड--
ब्लॉग जगत में एक वर्ष पूर्ण करने पर आपको बहुत-बहुत बधाई, बहुत दिनों से अनुपमा पाठक जी के ब्लॉग पर कुछ नहीं पढ़ा उनका लेखन मुझे भी बहुत अच्छा लगा था.
ReplyDeleteब्लॉग जगत में एक वर्ष पूरा करने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनायें...आशा है कि आपका सार्थक लेखन सतत चलता रहे.
ReplyDeletebahut bahut badhai ........snhubhkamanaye..
ReplyDeleteप्रिय यशवंत जी पहले तो आपको बधाई का बड़ा-सा गुलदस्ता... आपके जीवन में सफलता के और अच्छे लेखन के सालों-साल यूं ही आते रहे...यही शुभकामना है...
ReplyDeleteमैने अपना आईडी 2007 में बनाया था पर मैं भी सक्रिय जून 2008 से ही हुई...और रही बात आपको ढूंढने की, तो बस ढूंढ लिया वो भी एक अच्छे इंसान को, मुझे यही खुशी है...वैसे याद मुझे भी नहीं है...चलिए छोड़िए...आज खुशी का दिन है शाम-ए-अवध का आनंद लीजिए...थोड़ा गंज टहलिए, हमसे तो लखनऊ बहुत दूर हो गया...
एक बार फिर-से ढेर सारी शुभकामनाएं...
यशवंत ..ब्लॉग जगत में एक वर्ष पूर्ण करने पर बहुत-बहुत बधाई ...शुभकामनाएं …मेरा हृदय से आशीर्वाद है तुम प्रतिपल इसी तरह आगे बढ़्ते रहो……….
ReplyDeleteयशवंत अंकल..ब्लॉग जगत में एक वर्ष पूरा करने पर बहुत-बहुत बधाई….आप हमेशा से हमारे प्रेरक रहे है..आप के प्यारे-प्यारे कमेंट्स हमारे लिये प्रसाद हैं….शुभकामनाओ सहित…..
ReplyDeleteबधाई यशवंत जी ! आपकी लेखनी यूँ ही नितन्तर चलती रहे .शुभकामनाएं.
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई यशवंत जी | गुड लक न सिर्फ ब्लॉग के लिए बल्कि आपके 'वाई. नेट कम्प्यूटर्स के लिए भी | ये दोनों ही दिन दूना और रात चौगुना तरक्की करें | ईश्वर आपके सारे सपने पूरे करे | ऑल द बेस्ट |
ReplyDeleteमेरी तरफ से भी शुभकामनाए। खुदा करे कि आपकी लेखनी हमेशा इसी तरह चलती रहे। सादर।
ReplyDeleteआपके ब्लॉग और साइबर कैफे के एक वर्ष पूरा होने पर हार्दिक शुभकामनाएं...
ReplyDeleteआप यूं ही सदा ऊर्जावान रहें और लेखन से जुड़े रहें....
यह यात्रा इसी तरह सतत जारी रहे यही कामना है.....
आपको बहुत बहुत बधाई ... ब्लॉग पर नियमित लेखन के लिए.
ReplyDeleteएक साल इस ब्लॉगजगत में पूरा करने पर बधाई!
ReplyDeleteआशा है ऐसे कई साल आप पूरा करें और ब्लॉगजगत को एक सार्थक ऊंचाई तक ले जाने में सहयोग प्रदान करें।
सभी बच्चों के प्यारे यशवंत भैया...बधाई
ReplyDeletehttp://shayaridays.blogspot.com
ReplyDeleteनमस्ते यशवंत जी
ReplyDeleteआपके Blog "जो मेरा मन कहे " को एक साल की अवधि पूरी करने पर बहुत - बहुत बधाई...
आपके लेख को पढ़ कर बहुत अच्छा लगा है ...एक अलग सी अनुभूति हुई .....
मेरे ब्लॉग शुरू करने पर मुझे भी ज्यादा जानकारी नही थी ....मगर जो भी सिखा आपसे ही सिखा..!
Thanks for your support ...
आप और आपके पिता जी को इस वर्षी पर बहुत - बहुत बधाई और उन्नति की कामनाये करता हूँ !
ReplyDeleteब्लाग जगत में एक वर्ष पूरा करने पर बधाइयाँ....अगले कई वर्षों के लिये शुभकामनायें !
ReplyDeleteब्लाग जगत में तुम मुझसे वरिष्ठ हो :)
congrates yashwant ji
ReplyDeleteआपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (04.06.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
ReplyDeleteचर्चाकार:-Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)
स्पेशल काव्यमयी चर्चाः-“चाहत” (आरती झा)
बहुत-बहुत बधाई!
ReplyDeleteआपका साथ हमेशा ही मिलता रहे यही कामना है!
बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteप्रिय यशवंत माथुर जी
ReplyDeleteब्लॉग जगत में एक वर्ष पूर्ण करने पर आपको बहुत-बहुत बधाई ! आशा है , श्रेष्ट लेखन की आपकी प्रवृत्ति आने वाले वर्षों में और निखरती जाएगी ।
पुनश्च …
ब्लॉग की प्रथम वर्षगांठ पर हार्दिक बधाई
एवं हार्दिक शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
कृपया ,
ReplyDeleteशस्वरं
पर आप सब अवश्य visit करें … और मेरे ब्लॉग के लिए दुआ भी … :)
शस्वरं कल दोपहर बाद से गायब था …
अभी सवेरे पुनः नज़र आने लगा है ।
कोई इस समस्या का उपाय बता सकें तो आभारी रहूंगा ।
बस आप सभी अपना स्नेह और आशीर्वाद यूँ ही मेरे साथ बनाये रखियेगा और यूँ ही प्रेरणा देते रहियेगा.
ReplyDeleteअच्छा लिखने की मेरी कोशिश आगे भी जारी रहेगी.
दिल की गहराइयों से आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद!
यशवंत तुम बहुत नेक दिल इन्सान हो जिसके अन्दर एक प्यारा सा दिल है जो सबकी भावनाओं को समझने की क़ाबलियत रखता है | मेरी तरफ से तुम्हें ढेर सारी बधाइयाँ और आगे के लिए बहुत सारी शुभकामनायें की तुम इससे और अच्छा २ लिखते चले जाओ |
ReplyDeleteएक बार फिर से बधाई दोस्त जी | :)
यशवंत जी बहुत बहुत बधाई एक वर्ष पूर्ण करने पर ....!!आपका ब्लॉग दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करे यही इश्वर से प्रार्थना है |आपने मुझे -मेरे ब्लिग को सराहा और सम्मान दिया ..बहुत बहुत शुक्रिया ...!!
ReplyDeleteभविष्य के लिए अनेक शुभकामनाएं .
congratulation yaswant ji.... i wish ki aap yu hi nirantar likhte rahe aur hame ishi tarah apke anubhavo ko padne ka avsar milta rahe... bhut bhut bdhayi....
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