सभी पाठकों को होली की अशेष शुभ कामनाएँ!
है रंगों की मस्ती
हर ओर क्या कहूँ
मुरझाए फूलों का
जी उठना क्या कहूँ
मिठास भरी गुझिया का
स्वाद क्या कहूँ
क्या कहूँ कि ठंडाई
असर अपना दिखाती है
भंग मिली महंगाई
पहेली बूझ न पाती है
सब कुछ है रेडीमेड
कोई न तैयारी क्या कहूँ
कुछ पल की फुहार
पिचकारी क्या कहूँ
मन की हार्ड डिस्क मे
सुनहरे कुछ पल सहेजे हैं
उन बीती यादों का
फिर न मिलना क्या कहूँ
होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteकुछ ना कहो.....
ReplyDeleteबस रंग जाओ..
:-)
आपकी होली शुभ हो.....
खूबसूरत प्रस्तुति
ReplyDeleteदिनेश की टिप्पणी : आपका लिंक
dineshkidillagi.blogspot.com
होली है होलो हुलस, हुल्लड़ हुन हुल्लास।
कामयाब काया किलक, होय पूर्ण सब आस ।।
आपके ब्लॉग पर आना सदैव ही सुखद होता है
ReplyDeleteहोली की शानदार अभिव्यक्ति की है आपने, आभार|
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ... होली की शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति,सुंदर भाव अभिव्यक्ति....
ReplyDeleteहोली की बहुत२ बधाई शुभकामनाए...यशवंत जी,.
RECENT POST...काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,
बहुत सुंदर
ReplyDeleteहोली की शुभकामनाएं
कुछ मत कहो यशवंत सर
ReplyDeleteबस होली के रंग में रंग कर
मजे करो..
सुंदर रचना...
होली पर्व कि आपको ढेर सारी शुभ कामनाएँ ....
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भीगी भीगी होली में रंगों से तरबतर शुभकामनाएं...
ReplyDeleteबस होली के रंग में रंग जाओ आज ... बहुत सुन्गद रचना है होली की ...
ReplyDeleteआपको और परिवार में सभी को होली की मंगल कामनाएं ...
मन की हार्ड डिस्क मे
ReplyDeleteसुनहरे कुछ पल सहेजे हैं
उन बीती यादों का
फिर न मिलना क्या कहूँ
होली मुबारक सभी ब्लोगर भाइयों और बांध्वियों को .
बीती ताहि बिसार दे ,आगे की सुध ले .
भैया होली सो ,'होली' .
सुंदर
ReplyDeleteहोली की शुभकामनायें ..
सुंदर पंक्तियाँ. आपको होली की हार्दिक शुभकामानाएँ.
ReplyDeleteसुंदर रचना.
ReplyDeleteहोली की शुभकामानाएँ!!
"मन की हार्ड डिस्क मे
ReplyDeleteसुनहरे कुछ पल सहेजे हैं
उन बीती यादों का
फिर न मिलना क्या कहूँ "
मन के लिए हार्ड डिस्क का रूपक बहुत पसंद आया। चलिए वो बीती यादें महफ़ूज़ तो हैं Replay कर लीजिएगा यशवंत जी!
आकर्षक प्रस्तुति !
होली की शुभकामनांयें
ReplyDeleteबेहद खूबसूरत रंगमयी प्रस्तुति………… होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !
ReplyDelete.
ReplyDelete"मन की हार्ड डिस्क मे सहेजे सुनहरे पल" अक्षुण्ण रहें … द्विगुणित हों …
यही कामना है …
अच्छी रचना है
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♥ होली ऐसी खेलिए, प्रेम पाए विस्तार ! ♥
♥ मरुथल मन में बह उठे… मृदु शीतल जल-धार !! ♥
आपको सपरिवार
होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
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बहुत अच्छी प्रस्तुति| होली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ|
ReplyDelete//सब कुछ है रेडीमेड
ReplyDeleteकोई न तैयारी क्या कहूँ
कुछ पल की फुहार
पिचकारी क्या कहूँ
bilkul hi badal gaya sirji holi khelne ka dhang.. :(
holi ki bahut bahut shubhkaamnaaein :)
होली की ढेर सारी शुभकामनायें
ReplyDeleteहोली की शुभकामनाएँ ...
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति... होली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
ReplyDeleteआपको सपरिवार होली की शुभकामनायें !
ReplyDeleteबहुत सुंदर ...हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteBahut khub! holi ki hardik shubmkamnayen...
ReplyDeleteहोली की शुभकामनायें ..... कल तुम्हारा ब्लॉग नहीं खुल रहा था .... अच्छी प्रस्तुति
ReplyDeleteबहुत सुंदर कुछ अलग सी रचना होली के इस शुभ अवसर पर...
ReplyDeleteबहुत ही खूबसूरत रचना..होली की शुभकामनायें |
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति ....होली एवं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं जी आपको
ReplyDeleteमन की हार्ड डिस्क मे
ReplyDeleteसुनहरे कुछ पल सहेजे हैं
उन बीती यादों का
फिर न मिलना क्या कहूँ
waise riston me to kadwahat, meethapan khtas aate rahte hain, par मन की हार्ड डिस्क मे
सुनहरे कुछ पल सहेजे हैं
उन बीती यादों का
फिर न मिलना क्या कहूँ ......... dubara milne ke baad riste fir se update ho jayenge.....
bahut khub prastuti, aapko spriwar Holi ki shubhkamnayen .......
'मन की हार्ड डिस्क मे
ReplyDeleteसुनहरे कुछ पल सहेजे हैं '
- बहुत अर्थ-गर्भित प्रयोग:ये हार्ड डिस्क हमारे भीतर फ़िट कर दी गई है जिसके अंकनों पर हमारा बस नहीं .
bahut sundar
ReplyDeleteबेहतरीन अभिव्यक्ति....होली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना,बेहतरीन प्रस्तुति....
ReplyDeleteRESENT POST...फुहार...फागुन...