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15 August 2012

यही एक दिन है

सभी पाठकों को स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
     =======================================

एक साल में
एक दिन यही है
जब भूल जाता हूँ
देखना
फुटपाथ के किनारे
भूख से बिलखते
मासूमों को
मटमैले बदन पर
एक धोती में सिमटी
उस मज़दूरनी को
और उसे घूरती
लालची नज़रों को

यही एक दिन है
जब भूल जाता हूँ
देखना
नींव का पत्थर रखते हाथों को
अट्टालिकाओं की ऊंची दीवारों को रंगते
ज़िंदा इंसानी पुतलों को

यही एक दिन है
जब भूल कर
अपनी कंगाली
मैं दौड़ पड़ता हूँ
प्रभातफेरी के साथ 
हाथ मे लेकर तिरंगा
और शान से कहता हूँ
मेरा भारत महान !

©यशवन्त माथुर©
यह पोस्ट http://jmkyashwant.wordpress.com पर भी उपलब्ध है।

27 comments:

  1. बहुत सुंदर प्रस्तुति ,,,,

    वे क़त्ल होकर कर गये देश को आजाद,
    अब कर्म आपका अपने देश को बचाइए!

    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,,
    RECENT POST...: शहीदों की याद में,,

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  2. मेरा भारत महान .....जय हिंद

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  3. संवेदनशील ,वास्तविक दर्द को देखने की ,महसूस करने की प्रवृति प्रशंसनीय है, पावन दिवस की शुभ कामनाएं ....../

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  4. स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ .... !
    आपके सोच को सलाम .... !!

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  5. समस्या तो बहुत है देश में
    पर आशा के दीप मन में जलाकर
    आजादी का पर्व तो मनाना ही है..
    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये..
    :-)

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  6. मेरा भारत महान... बेहतरीन लिखा है यशवंत भाई...


    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

    जय हिंद!

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  7. बहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  8. Fake Freedom of India..Nice Poem

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  9. यही एक दिन है
    जब भूल कर
    अपनी कंगाली
    मैं दौड़ पड़ता हूँ
    प्रभातफेरी के साथ
    हाथ मे लेकर तिरंगा


    /:-)

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  10. बहुत सुन्दर पंक्तियाँ

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  11. गहन अभिव्यक्ति... स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ...

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  12. यथार्थ को मुखर कर दिया आपकी रचना ने! लगभग गुलामों सा जीवन जीते हैं मज़दूर ३६४ दिन और इस एक दिन अपने मन को बहला लेते हैं कि हम आज़ाद हैं। मर्म को छूती रचना।
    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

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  13. mathur ji sadar abhar ke sath swtantrata diwas pr hardik badhai ......apki rachana behad prabhavshali lagi .....han ak nivedan hai ....KRIPAYA BLOG PR APKI PHOTO RANGEEN NAHI LG RAHI HAI USE BADAL KR APNI ACHHI TASVEER LAGAYEN ......PL ..ANYTHA MT LIJIYEGA MATHUT SAHAB.

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  14. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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  15. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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  16. खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  17. आपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 18/08/2012 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!

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  18. सोचने को मजबूर करती कविता आज के दिन ... १५ अगस्त की बधाई....

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  19. bahut hi achha likha hai, sach hai kabhi kabhi dekha andekha kar dete hain aur ek rau mein behte chale jaate hain.. ek oj se bhare hue..vo kaisa bhi ho..
    shubhkamnayen

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  20. behad khubsurat rachna...apko bhi bdhai yashwant ji.....

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  21. happy independence day....yashwant ji....

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  22. यही एक दिन है
    जब भूल कर
    अपनी कंगाली
    मैं दौड़ पड़ता हूँ
    प्रभातफेरी के साथ
    हाथ मे लेकर तिरंगा
    और शान से कहता हूँ
    मेरा भारत महान !
    ....बोलना पड़ता है ..
    उफ़ ये कैसी आजादी है ..
    बहुत बढ़िया सार्थक चिंतन

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  23. बहुत सुन्दर रचना यशवंत.....
    देरी के लिए क्षमा चाहती हूँ.
    सस्नेह
    अनु

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  24. बहुत सुंदर दिल से रची रचना.

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