चाहता तो हूँ
कि बचा रहूँ
पूर्वाग्रह के
संक्रामक रोग से
मगर
इसकी सार्वभौमिकता
अक्सर अपनी चपेट में लेकर
लगवा ही देती है मुझ पर
पूर्वाग्रही का ठप्पा ।
©यशवन्त माथुर©
कि बचा रहूँ
पूर्वाग्रह के
संक्रामक रोग से
मगर
इसकी सार्वभौमिकता
अक्सर अपनी चपेट में लेकर
लगवा ही देती है मुझ पर
पूर्वाग्रही का ठप्पा ।
©यशवन्त माथुर©
बहुत बढ़िया ....
ReplyDeleteखटाक---
ReplyDeleteबढ़िया प्रस्तुति |
बधाई स्वीकारें |
गहरी बात कही है
ReplyDeleteबेहतरीन अभिवयक्ति.....
ReplyDeleteसही कहा आपने
ReplyDeleteउफ़ !!
ReplyDeleteबहुत खूब ,,,
ReplyDeleteसुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति कलम आज भी उन्हीं की जय बोलेगी ...... आप भी जाने कई ब्लोगर्स भी फंस सकते हैं मानहानि में .......
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