15 January 2013

सपने सिर्फ सपने ही नहीं होते

सपने
सिर्फ सपने ही नहीं होते
कभी कभी
वास्तविकता का आभास बन कर
खींच देते हैं चित्र भविष्य का।
चित्र जिसमें
अनेकों रंगों के साथ
मिलती जुलती कालिख
कराती है पूर्णता का एहसास
बनाती है खास
चित्र के चरित्र को ।
सपने सिर्फ सपने ही नहीं होते
कभी कभी
मन के कैनवास पर बिखर कर
करा देते हैं संगम
भूत,वर्तमान और भविष्य का। 

©यशवन्त माथुर©

15 comments:

  1. Bilkul sahi baat Yashwant bhai.. acchi abhivyakti..

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  2. बहुत सुंदर उम्दा अभिव्यक्ति ,,,

    recent post: मातृभूमि,

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  3. सपने होते हैं तभी उनको पूरा करने कि चाहत भी होती है ..... बहुत सुंदर ।

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  4. एकदम सही कहा आपने यशवंत जी...
    बहुत सुन्दर रचना...
    :-)

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  5. सपने सिर्फ सपने ही नहीं होते
    कभी कभी
    मन के कैनवास पर बिखर कर
    करा देते हैं संगम
    भूत,वर्तमान और भविष्य का।

    वाह बहुत खूबसूरत ख्याल

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  6. बहुत बढ़िया..यशवंत..

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  7. बहुत खूबसूरत रचना यशवंत

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  8. चित्र जिसमें
    अनेकों रंगों के साथ
    मिलती जुलती कालिख
    कराती है पूर्णता का एहसास
    बनाती है खास
    सार्थक रचना !!

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  9. sundar Abhivyakti.....Badhai

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  10. ई मेल पर प्राप्त-
    indira mukhopadhyay



    बिलकुल सही कहा यशवंतजी, बहुत खूब।

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  11. आपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 19/01/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!

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  12. गजब कविता मजा आ गया अभिव्यक्ति इतनी मधुर कि मजा आ जाए वाह भई हम भी आपकी इस कविता का लिंक अपने समाचार साइट ओजस्वी वाणी पर लगा रहैं हैं आपको हमारे पाठक भी जाने बहुत अच्छा माथुर जी कृपया हमारी साइटों पर आना न भूलें ओर वहाँ अपनी उपस्थिति दर्ज करावें हम आपका इन्तजार करेगें वैसे आप हमारे आयुर्वेदिक ब्लाग आयुर्वेद एन एन्सियेन्ट मेडिकल साइन्स पर आये हमें बहुत खुशी हुयी और आपने हमारा लिंक अपनी सामूहिक साइट पर लगाने का विचार रखा हमें अच्छा लगा आपका धन्यबाद वैसे हमारे और भी कई ब्लाग है आयुर्वेद का ही अन्य ब्लाग है द लाइट आफ आयुर्वेद जिस पर अच्छी आयुर्वेदिक जानकारियाँ होती हैं आपको भी कोई जानकारी अगर आयुर्वेद की मिले तो हमें प्रदान करें जिससे आयुर्वेद का प्रकाश सम्पूर्ण जगत में फैलें
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