08 February 2013

क्षणिका....

थोड़ा ख्वाब
थोड़ी हकीकत
जिंदगी जो भी है
ज़िंदगी ही है!

©यशवन्त माथुर©

9 comments:

  1. बढ़िया लिखा है यशवंत जी!

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  2. हां...जिंदगी ही है

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  3. मकसद से जियो तो खुबसूरत है ज़िंदगी ....
    :-)

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  4. थोड़ा ख्वाब
    थोड़ी हकीकत
    जिंदगी जो भी है
    ज़िंदगी ही है!

    bahut hi sundar jindagi jindagi hi hai......

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  5. बहुत ही बढ़िया है जिन्दगी।

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  6. ख्वाब हकीकत हो जाते हैं, और हकीकत भी ख्वाब सी लगती है..जिंदगी में

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