बीतता जा रहा है वक़्त
और जारी है ख्याल की तलाश
काश! कि मिल सका तो
कह दूंगा जज़्बात ।
~यशवन्त माथुर©
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सुन्दर पंक्तियाँ
ReplyDeleteबहुत सुंदर ...
ReplyDeleteआपके जज्बात का इंतजार रहेगा :)
बेहतरीन क्षणिका बधाई
ReplyDeleteबेहतरीन अहसास,आभार.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर क्षणिका..
ReplyDeleteपरिक्षाए शुरू है इसलिए ब्लॉग पर आ नहीं पाती हूँ..