29 March 2013

क्षणिका...

बीतता जा रहा है वक़्त
और जारी है ख्याल की तलाश
काश! कि मिल सका तो
कह दूंगा जज़्बात । 
~यशवन्त माथुर©

5 comments:

  1. सुन्दर पंक्तियाँ

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  2. बहुत सुंदर ...

    आपके जज्बात का इंतजार रहेगा :)

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  3. बेहतरीन क्षणिका बधाई

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  4. बेहतरीन अहसास,आभार.

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  5. बहुत सुन्दर क्षणिका..
    परिक्षाए शुरू है इसलिए ब्लॉग पर आ नहीं पाती हूँ..

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