सोच रहा हूँ
मैं कौन हूँ ?
हाड़ -माँस के खोल में छुपी
एक आत्मा
या मिट्टी से बना
एक सजीव शरीर ....
या आत्मा और शरीर
दोनों ही हूँ ?
मैं आध्यात्मिक नहीं
न ही धार्मिक हूँ
मुझे दर्शन की समझ नहीं
न कल्पना हूँ,
न वास्तविक हूँ
मुझे रूचि नहीं
रहस्य और रोमांच में
मुझे रूचि नहीं
शस्त्र में न शास्त्र में
बस मौन के
चक्रव्यूह में उलझा
खुद से
खुद का ही एक प्रश्न हूँ
मैं कौन हूँ ?
~यशवन्त माथुर©
बढ़िया अभिव्यक्ति !!मैं कौन हूँ.... प्रश्न बहुत जटिल...
ReplyDeleteखुद के वजूद को तलाश करती सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteबस मौन के
ReplyDeleteचक्रव्यूह में उलझा
खुद से
खुद का ही एक प्रश्न हूँ
मैं कौन हूँ ?
इस रहस्य को ऋषि मुनि ही बता पाएंगे फिर चिंतनीय
बढ़िया अभिव्यक्ति !!
ReplyDeletelatest post हे ! भारत के मातायों
latest postअनुभूति : क्षणिकाएं
बस मौन के
ReplyDeleteचक्रव्यूह में उलझा
खुद से
खुद का ही एक प्रश्न हूँ
मैं कौन हूँ ? bahut mushil sawal .....bahut acchi abhiwayakti ..jo bahuton ko pareshan karti hai ..
bahut khoob, ye atm chintan hi gyan ka srot hai
ReplyDeleteshubhkamnayen
प्रश्न जटिल है भाई ...
ReplyDeleteबस यही तो असली प्रश्न है !
ReplyDeleteबहुत सुंदर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteबढ़िया
ReplyDeleteमैं कौन हूँ...यही पता चल जाए तो क्या बात है..?जटिल प्रश्न ,सुन्दर प्रस्तुति...
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