08 May 2013

क्या 'ऐसा' शिक्षक हो सकता है ?

मोटा वेतन शिक्षक का
सब ऊंट के मुँह में जीरा है
मुफ्त की नौकरी बैठे ठाले
फिर भी हरदम पीड़ा है

स्कूल सरकारी देर से खुलता
मैदानों में कचरा उड़ता
फटी कटी सी टाट पट्टी पर
खुली किताब, पर कुछ न बूझता

वक़्त परीक्षा का; प्रश्नपत्र
जो बनाता वो ही उत्तर लिखता
जिसको पढना उसकी किस्मत
और अकल पर भूसा भरता

रोज़ रोज़ आंदोलन-जाम
विधान भवन रोज़ सिसकता  है
जिसके हाथ में भविष्य कल का
क्या 'ऐसा' शिक्षक हो सकता है ?


~यशवन्त माथुर©

(स्पष्ट पढ़ने के लिए फोटो पर क्लिक करें)

13 comments:

  1. vibha rani Shrivastava

    रोज़ रोज़ आंदोलन-जाम
    विधान भवन रोज़ सिसकता है
    जिसके हाथ में भविष्य कल का
    क्या 'ऐसा' शिक्षक हो सकता है ?
    ये हिंदुस्तान है
    यहाँ ऐसा ही होता है
    हार्दिक शुभकामनायें

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  2. Asha Saxena
    मानना पड़ेगा बेवाक प्रस्तुती |
    आशा

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  3. madhu singh

    dronacharyo ki hakikat batati sundar rachna

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  4. Maheshwari Kaneri
    जहा शिक्षा बिकती हो वहा सब कुछ हो सकता है..

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  5. Kailash Sharma
    आज के यथार्थ का बहुत सटीक चित्रण..

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  6. DrNisha Maharana
    bilkul hote hain mathur sahab .....dharam iman kuchh nahi jante aise teacher ......

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  7. Virendra Kumar Sharma
    हां ग्रामीण भारत का शिक्षक ऐसा ही होता है .बिना किवाड़ों के मकान जैसा .

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  8. Ramakant Singh
    चिंतन को प्रेरित करती कर्तव्य बोध को इंगित कराती

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  9. बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
    डैश बोर्ड पर पाता हूँ आपकी रचना, अनुशरण कर ब्लॉग को
    अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को
    latest post'वनफूल'
    latest postअनुभूति : क्षणिकाएं

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  10. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल शुक्रवार (10-05-2013) के "मेरी विवशता" (चर्चा मंच-1240) पर भी होगी!
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  11. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल शुक्रवार (10-05-2013) के "मेरी विवशता" (चर्चा मंच-1240) पर भी होगी!
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  12. बहुत सुन्दर..

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  13. kyaa theek kaha hai.
    Vinnie,
    Please visit my blog Unwarat.com & give your comments.

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