06 December 2013

इमली

खट्टी मीठी 
चटपटी 
चूरन मिली 
अटपटी 
एक दुकान पर रखी 
वो आज दिखी 
उससे जब 
नज़र मिली 
चलने लगा मन 
बचपन की गली  ....
चल चल मचल 
मचल कर जीभ
जिद्द मनवाकर 
ही टली ....
खाई उन्होने आज 
चखी हमने भी 
कई बरस बाद 
स्वादिष्ट और मीठी 
लाल इमली :)

~यशवन्त यश©

9 comments:

  1. मुंह में पानी आ गया.....
    बड़ा ललचाती है...कच्ची इमली और बचपन की याद !!
    सस्नेह
    अनु

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  2. hahahahahahaha... imali wali goli :) us tym yahi candy chcocolate sab thi

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  3. अरे वाह... मुझे नहीं पता था कि आप इमली के इतने बड़े दीवाने हो....मज़ा आ गया... :)

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  4. सुबह -सुबह मुँह में पानी आ गया...
    बहुत बढ़ियाँ...
    :-)

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  5. मुंह में पानी तो हमारे भी आ गया ... बचपन का पल कुछ पल को आ गया हमारे पास ...

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  6. इमली होती ही ऐसी है..

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