खट्टी मीठी
चटपटी
चूरन मिली
अटपटी
एक दुकान पर रखी
वो आज दिखी
उससे जब
नज़र मिली
चलने लगा मन
बचपन की गली ....
चल चल मचल
मचल कर जीभ
जिद्द मनवाकर
ही टली ....
खाई उन्होने आज
चखी हमने भी
कई बरस बाद
स्वादिष्ट और मीठी
लाल इमली :)
~यशवन्त यश©
मुंह में पानी आ गया.....
ReplyDeleteबड़ा ललचाती है...कच्ची इमली और बचपन की याद !!
सस्नेह
अनु
hahahahahahaha... imali wali goli :) us tym yahi candy chcocolate sab thi
ReplyDeleteअरे वाह... मुझे नहीं पता था कि आप इमली के इतने बड़े दीवाने हो....मज़ा आ गया... :)
ReplyDeletebachpan me le aayi imali...
ReplyDeleteसुबह -सुबह मुँह में पानी आ गया...
ReplyDeleteबहुत बढ़ियाँ...
:-)
बहुत अच्छा लिखते हैं
ReplyDelete:) mujhe bhi pasand hai Imli....
ReplyDeleteमुंह में पानी तो हमारे भी आ गया ... बचपन का पल कुछ पल को आ गया हमारे पास ...
ReplyDeleteइमली होती ही ऐसी है..
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