-सुंदर रचना... आपने लिखा.... मैंने भी पढ़ा... हमारा प्रयास हैं कि इसे सभी पढ़ें... इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना... दिनांक 28/04/ 2014 की नयी पुरानी हलचल [हिंदी ब्लौग का एकमंच] पर कुछ पंखतियों के साथ लिंक की जा रही है... आप भी आना...औरों को बतलाना...हलचल में और भी बहुत कुछ है... हलचल में सभी का स्वागत है...
Pathar par pasine se sinchit upvan...kya vichaar hai ! Bahut badhiya yashwant ji :-)
ReplyDelete-सुंदर रचना...
ReplyDeleteआपने लिखा....
मैंने भी पढ़ा...
हमारा प्रयास हैं कि इसे सभी पढ़ें...
इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना...
दिनांक 28/04/ 2014 की
नयी पुरानी हलचल [हिंदी ब्लौग का एकमंच] पर कुछ पंखतियों के साथ लिंक की जा रही है...
आप भी आना...औरों को बतलाना...हलचल में और भी बहुत कुछ है...
हलचल में सभी का स्वागत है...
nice expression .
ReplyDeletenice expression .
ReplyDeleteआमीन ... काश ये कल्पना साकार हो सके ...
ReplyDeleteबहुत खूब ..
Bahut Sunder Baat....
ReplyDeleteबहुत सुंदर !
ReplyDeleteआमीन...कोमल भाव !
ReplyDeleteकाश कि वो दिन भी आए … अति उत्तम विचार। शुभकामनाएं
ReplyDeletewaah, bahut hi achhi rachna
ReplyDeleteshubhkamnayen