घमंड में चूर
कुछ लोग
पाए जाते हैं
मीठी मीठी बातों के संग
मन के भीतर
कड़वाहट के
तीखे बोल लिए
जो जुबान से नहीं
चेहरे के हावभाव से
महसूस हो ही जाते हैं
सामने वाले को
दिखला ही देते हैं
मुखौटों के पीछे का
असली चेहरा
ऐसे कुछ लोग
अपने भीतर
नफरत की आग लिये
भटकते रहते हैं
दर बदर
सैकड़ों ठोकरों के बाद भी
बने रहते हैं
उस पत्थर की तरह
जो इंसान नहीं होता।
~यशवन्त यश©
कुछ लोग
पाए जाते हैं
मीठी मीठी बातों के संग
मन के भीतर
कड़वाहट के
तीखे बोल लिए
जो जुबान से नहीं
चेहरे के हावभाव से
महसूस हो ही जाते हैं
सामने वाले को
दिखला ही देते हैं
मुखौटों के पीछे का
असली चेहरा
ऐसे कुछ लोग
अपने भीतर
नफरत की आग लिये
भटकते रहते हैं
दर बदर
सैकड़ों ठोकरों के बाद भी
बने रहते हैं
उस पत्थर की तरह
जो इंसान नहीं होता।
~यशवन्त यश©
No comments:
Post a Comment