अपने आप से ही
कई अनुमान
लगाने वाले
कुछ लोग
अपने गुमान में खो कर
कभी कभी
करने लगते हैं
दूसरों के
अस्तित्व पर प्रहार
और खुद हो जाते हैं शिकार
वक़्त की तीखों चोट का
क्योंकि
वक़्त
अपने भीतर
समाए हुए है
सही गलत का
पूरा लेखा जोखा
जिसे मिटाना
संभव नहीं
किसी भी
पैबंद से।
~यशवन्त यश©
कई अनुमान
लगाने वाले
कुछ लोग
अपने गुमान में खो कर
कभी कभी
करने लगते हैं
दूसरों के
अस्तित्व पर प्रहार
और खुद हो जाते हैं शिकार
वक़्त की तीखों चोट का
क्योंकि
वक़्त
अपने भीतर
समाए हुए है
सही गलत का
पूरा लेखा जोखा
जिसे मिटाना
संभव नहीं
किसी भी
पैबंद से।
~यशवन्त यश©
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