गुमनाम तस्वीरों को
दिल से लगाए कुछ लोग
देख नहीं पाते
दर्द
उन जानी-पहचानी
तस्वीरों का
जिनकी उँगलियाँ पकड़ कर
चलते चलते
आ पहुंचे हैं वह
आज के मुकाम पर .....
जहां
देखते हैं
जीवन की नयी राहें
और देखेंगे
नये सुनहरे सपने
आज और कल
फिर क्यों
आखिर क्यों
जीती जागती तस्वीरों को
कहीं बिसरा देते हैं
कुछ लोग
जीवन के
नाज़ुक मोड़ों पर।
~यशवन्त यश©
दिल से लगाए कुछ लोग
देख नहीं पाते
दर्द
उन जानी-पहचानी
तस्वीरों का
जिनकी उँगलियाँ पकड़ कर
चलते चलते
आ पहुंचे हैं वह
आज के मुकाम पर .....
जहां
देखते हैं
जीवन की नयी राहें
और देखेंगे
नये सुनहरे सपने
आज और कल
फिर क्यों
आखिर क्यों
जीती जागती तस्वीरों को
कहीं बिसरा देते हैं
कुछ लोग
जीवन के
नाज़ुक मोड़ों पर।
~यशवन्त यश©
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