कुछ लोग
बहुत अजीब होते हैं
कभी
खुल कर
बयान करते हैं
अपने जज़्बात
कभी बरसों के
अनजान बन कर
कहीं खो जाते हैं
गुमसुम
असहाय से
कर लेते हैं
खुद को कैद
गहरी खामोशी में
बंद पलकों के भीतर
कुछ लोग
सिर्फ अपने ही
बहुत करीब होते हैं
कुछ लोग
बहुत अजीब होते हैं।
~यशवन्त यश©
बहुत अजीब होते हैं
कभी
खुल कर
बयान करते हैं
अपने जज़्बात
कभी बरसों के
अनजान बन कर
कहीं खो जाते हैं
गुमसुम
असहाय से
कर लेते हैं
खुद को कैद
गहरी खामोशी में
बंद पलकों के भीतर
कुछ लोग
सिर्फ अपने ही
बहुत करीब होते हैं
कुछ लोग
बहुत अजीब होते हैं।
~यशवन्त यश©
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