19 November 2015

वो आज खुश हैं .....

आज नहीं तो कल
उन्हें पता तो चलेगा ही
कि क्या होता है मतलब
बिना सच जाने
सिर्फ झूठ की बुनियाद पर
सहानुभूति बटोरने का.......
वो आज खुश हैं
मस्त हैं
अपने अच्छे दिनों में
लेकिन धोखे में हैं .....
वो जान कर भी
सिर्फ अनजान हैं
इस बात से
कि दिन बदलते
देर नहीं लगती
सुनहरे आज के पृष्ठ में
पुती हुई कालिख
दर्द देने में
देर नहीं लगाती।

~यशवन्त यश©

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