ये शब्द -
सिर्फ कुछ शब्द हैं
जो मेरे मन में
ख्याल बन कर आते हैं
और ढल जाते हैं
अक्षरों के साँचे में
यहीं इसी जगह ।
ये शब्द-
सिर्फ कुछ शब्द हैं
कविता और कहानी नहीं
सिर्फ अभिव्यक्ति हैं
साहित्य नहीं।
ये शब्द-
सिर्फ एक पंछी हैं
जिसकी उड़ान को
मैं रोकता नहीं
जिसे मैं कभी टोकता नहीं
बस उड़ने देता हूँ
और थक कर बैठने देता हूँ
अंतर्जाल की
इस चारदीवारी पर।
~यशवन्त यश©
सिर्फ कुछ शब्द हैं
जो मेरे मन में
ख्याल बन कर आते हैं
और ढल जाते हैं
अक्षरों के साँचे में
यहीं इसी जगह ।
ये शब्द-
सिर्फ कुछ शब्द हैं
कविता और कहानी नहीं
सिर्फ अभिव्यक्ति हैं
साहित्य नहीं।
ये शब्द-
सिर्फ एक पंछी हैं
जिसकी उड़ान को
मैं रोकता नहीं
जिसे मैं कभी टोकता नहीं
बस उड़ने देता हूँ
और थक कर बैठने देता हूँ
अंतर्जाल की
इस चारदीवारी पर।
~यशवन्त यश©
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