प्रतिलिप्याधिकार/सर्वाधिकार सुरक्षित ©

इस ब्लॉग पर प्रकाशित अभिव्यक्ति (संदर्भित-संकलित गीत /चित्र /आलेख अथवा निबंध को छोड़ कर) पूर्णत: मौलिक एवं सर्वाधिकार सुरक्षित है।
यदि कहीं प्रकाशित करना चाहें तो yashwant009@gmail.com द्वारा पूर्वानुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें।

07 December 2018

घूरता जाता हूँ.........

जिन्हें कभी लिखता हूँ, कभी लिख कर मिटाता हूँ बस एकटक उन्हीं शब्दों को,कभी घूरता जाता हूँ। चरित्र के प्रमाण की मुझको कोई ज़रूरत नहीं सच का चेहरा ले कर ही ,आता और जाता हूँ। जवाब क्या दूँ उनको, जिनको कुछ पल की पता है भलाई करना ही इस दौर की सबसे बड़ी खता है। माना कि पत्थर हूँ, पर चोटें मैं भी खाता हूँ खुद पर उभरी खरोचों को ही घूरता जाता हूँ । - यश© 07/दिसंबर/2018

3 comments:

+Get Now!