अच्छे से जानते हैं कुछ लोग
अच्छे भले दिन को
खराब करने की कला
क्योंकि उन्हें सुहाता नहीं
दो पल का सुकूं
किसी चेहरे पर
इसलिए
रहते हैं
बस इसी ताक में
कि खेलते रहें
सीधे लागने वाले
किसी चेहरे के
जज़्बातों से
बिना कुछ सोचे
बिना कुछ समझे
कुछ लोगों को
ऐसा लगता है
कि बर्दाश्त की सीमा
शायद असीम होती है
कुछ लोगों की।
.
~यश ©
21/03/2019
अच्छे भले दिन को
खराब करने की कला
क्योंकि उन्हें सुहाता नहीं
दो पल का सुकूं
किसी चेहरे पर
इसलिए
रहते हैं
बस इसी ताक में
कि खेलते रहें
सीधे लागने वाले
किसी चेहरे के
जज़्बातों से
बिना कुछ सोचे
बिना कुछ समझे
कुछ लोगों को
ऐसा लगता है
कि बर्दाश्त की सीमा
शायद असीम होती है
कुछ लोगों की।
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~यश ©
21/03/2019
बस कुछ ही लोग होते हैं।
ReplyDeleteसुन्दर।