रात के गहरे
सुनसान में
अन्तर्मन के
घमासान में
आए नींद तो
सो जाऊँ मैं
सपनों में कहीं
खो जाऊँ मैं।
सपने जो
दिखलाते हकीकत
भूत और वर्तमान की
सपने जो
झलक दिखाते
भविष्य के पूर्वानुमान की।
सब कुछ समझ कर
जानकर फिर भी
क्यूँ खुद का अहं
दिखाऊँ मैं
छल-प्रपंच ही
सत्य जीवन का
काश!
इसे समझ पाऊँ मैं।
-यश©
16/मई/2019
सुनसान में
अन्तर्मन के
घमासान में
आए नींद तो
सो जाऊँ मैं
सपनों में कहीं
खो जाऊँ मैं।
सपने जो
दिखलाते हकीकत
भूत और वर्तमान की
सपने जो
झलक दिखाते
भविष्य के पूर्वानुमान की।
सब कुछ समझ कर
जानकर फिर भी
क्यूँ खुद का अहं
दिखाऊँ मैं
छल-प्रपंच ही
सत्य जीवन का
काश!
इसे समझ पाऊँ मैं।
-यश©
16/मई/2019