06 February 2020

सैनिक

हम सोचते हैं
सैनिक
सिर्फ सैनिक होता है
जिसका काम
सिर्फ मारना और मरना होता है
अपने देश पर
मिटना होता है
लेकिन
हम नहीं सोचते
कि सैनिक भी
इंसान होता है
हमारी-तुम्हारी तरह
उसके भीतर भी
प्राण होता है
उसका भी
अपना एक परिवार होता है
जो निर्भर करता है
उसकी सकुशलता पर
उसकी वीरता पर
उसके कर्तव्य
और धीरता पर।
सैनिक!
सबका विश्वास, आश्वासन
और गर्व होता है
क्योंकि वह
सिर्फ सैनिक नहीं
एक संकल्प होता है।

-यशवन्त माथुर ©
08/01/2020

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