खुद को ऊंचा
और सामने वाले को
नीचा समझने वाले कुछ लोग
अपने आस-पास के चाटुकारों से
घिरे रह कर
खुद को
कुछ भी समझ लेते हैं
कुछ ऐसा -
जो वो होते नहीं ।
उनको लगता है
कि यह जो चुप है
नतमस्तक है
उनके आगे
इसलिए किया जा सकता है
उसको मानसिक प्रताड़ित
दिया जा सकता है तनाव
क्रूर और बर्बर बातों से
लेकिन शायद
ऐसे लोग भूल जाते हैं
कि चुप या मौन रहने वाला इंसान
जब खोलने लगता है
अपनी जुबान
तो यह संकेत होता है
कि तूफान
अब दूर नहीं।
-यशवन्त माथुर ©
11/04/2020
और सामने वाले को
नीचा समझने वाले कुछ लोग
अपने आस-पास के चाटुकारों से
घिरे रह कर
खुद को
कुछ भी समझ लेते हैं
कुछ ऐसा -
जो वो होते नहीं ।
उनको लगता है
कि यह जो चुप है
नतमस्तक है
उनके आगे
इसलिए किया जा सकता है
उसको मानसिक प्रताड़ित
दिया जा सकता है तनाव
क्रूर और बर्बर बातों से
लेकिन शायद
ऐसे लोग भूल जाते हैं
कि चुप या मौन रहने वाला इंसान
जब खोलने लगता है
अपनी जुबान
तो यह संकेत होता है
कि तूफान
अब दूर नहीं।
-यशवन्त माथुर ©
11/04/2020
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