23 June 2020
कुछ नहीं होगा
सिर्फ किताबें हैं यहाँ
और किताबी ज्ञान है
धरातल पर
न कुछ है
न ही होगा
सब व्यर्थ है यहाँ
कुछ नहीं होगा।
-यशवन्त माथुर ©
23062020
1 comment:
Anita
13 August 2020 at 15:10
ज्ञान से बढ़कर है उस ज्ञान को सम्मान देकर उस पर अमल करने वाली सोच, उसे ही प्रज्ञा कहते हैं
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ज्ञान से बढ़कर है उस ज्ञान को सम्मान देकर उस पर अमल करने वाली सोच, उसे ही प्रज्ञा कहते हैं
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