23 June 2020

कुछ नहीं होगा

सिर्फ किताबें हैं यहाँ
और किताबी ज्ञान है
धरातल पर
न कुछ है
न ही होगा
सब व्यर्थ है यहाँ
कुछ नहीं होगा।

-यशवन्त माथुर ©
23062020 

1 comment:

  1. ज्ञान से बढ़कर है उस ज्ञान को सम्मान देकर उस पर अमल करने वाली सोच, उसे ही प्रज्ञा कहते हैं

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