आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (23-12-2020) को "शीतल-शीतल भोर है, शीतल ही है शाम" (चर्चा अंक-3924) पर भी होगी। -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' --
सुंदर तस्वीरें
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (23-12-2020) को "शीतल-शीतल भोर है, शीतल ही है शाम" (चर्चा अंक-3924) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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सुन्दर चित्रों की आभा देखते ही बनती है..
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteसुन्दर चित्र
ReplyDeleteबहुत सुंदर।
ReplyDeleteवाह मोहक सुंदर।
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर और मनमोहक तस्वीर ,सादर नमन
ReplyDeleteवाह!बहुत सुंदर तस्वीरें सर।
ReplyDeleteमनमोहक तस्वीरें। यादें साझा करने हेतु शुक्रिया। ।।
ReplyDeleteनयनाभिराम तस्वीरों को साझा करने हेतु असंख्य धन्यवाद।
ReplyDeleteरोचक यात्रा रही।
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