एक ही बात का
एक नजरिया
बिल्कुल सीधा
वास्तविक सा
बिना लाग-लपेट
जैसा है
वैसा ही
दिखने वाला
मन की कहने वाला
बिल्कुल सपाट
और स्पष्ट
सबसे बेपरवाह
मौसम का
हर रूप देखने वाला
शीत और तपन
सहने वाला।
और
एक नजरिया यह भी
एक ही तस्वीर को घुमा कर
अपने मन से
अपनी कल्पना को
नये आधार पर
नये शब्दों से
नये साँचों में ढालने वाला
अलग ही दृष्टि से
कुछ देखने
और कुछ दिखाने वाला
अर्थों को सविस्तार
बताने वाला।
लेकिन
फिर भी
पृष्ठभूमि और किसी कोण में
कुछ ऐसा होता है
जो तस्वीर से कट चुका होता है
निःशब्द
हो चुका होता है
और तब
उसका अस्तित्व
उसके मूल में रह कर
अनर्थ की कई परिभाषाएँ
बहती धारा में
बहा कर
अपने कितने ही रूप
बदल चुका होता है...
नजरिया
ऐसा ही होता है।
यशवन्त माथुर ©
01022021
वाह,सुंदर सृजन।
ReplyDeleteधन्यवाद शिवम जी।
Deleteसादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (1-2-21) को "शाखाओं पर लदे सुमन हैं" (चर्चा अंक 3965) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
--
कामिनी सिन्हा
सादर धन्यवाद।
Deleteनजरिया तस्वीर बदल देता है..
ReplyDeleteबात की ताकीद बदल देता है..
बहुत कुछ है निर्भर नजरिए पर..
ये है वो जो तकदीर बदल देता है..
वाह!
Deleteसही कहा आपने।
सादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (2-2-21) को "शाखाओं पर लदे सुमन हैं" (चर्चा अंक 3965) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
--
कामिनी सिन्हा
सादर धन्यवाद!
Deleteसुन्दर सारगर्भित सृजन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं यशवन्त जी..
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद जिज्ञासा जी।
Deleteसुन्दर सृजन।
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद सर!
Deleteबहुत बारीक बात कही है यशवंत जी आपने । सरलता से समझ में आने वाली नहीं है । मगर है बिलकुल सच ।
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद सर!
Deleteबेमिसाल अभिव्यक्ति ....
ReplyDeleteअभिनंदन आपका !!!!!
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया वर्षा जी !
Deleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया अनुराधा जी !
Deleteबहुत ही सुन्दर सृजन।
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद सर!
Deleteनज़र के नजरिया को बहुत ही बारीकी से कसीधे सा उकेरा है आपने...बहुत ही सुंदर सराहनीय अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteसादर
सादर धन्यवाद!
Deleteनजरिया यदि सीधा सादा हो, जैसा है वैसा दिखाने वाला, तो जिंदगी में सहजता बनी रहती है, तोड़मरोड़ कर पेश किया गया नजरिया खुद के ही खिलाफ जा सकता है.
ReplyDeleteगहरा विश्लेषण
सादर धन्यवाद!
Deleteबहुत ही सुंदर।
ReplyDeleteसादर धन्यवाद!
Deleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteसादर धन्यवाद!
Deleteबिल्कुल सही कहा है । बस जरा सा भी नजरिया बदल दिया जाए तो जादूई चमत्कार भी हो सकता है ।
ReplyDeleteसादर धन्यवाद अमृता जी।
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