प्रतिलिप्याधिकार/सर्वाधिकार सुरक्षित ©

इस ब्लॉग पर प्रकाशित अभिव्यक्ति (संदर्भित-संकलित गीत /चित्र /आलेख अथवा निबंध को छोड़ कर) पूर्णत: मौलिक एवं सर्वाधिकार सुरक्षित है।
यदि कहीं प्रकाशित करना चाहें तो yashwant009@gmail.com द्वारा पूर्वानुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें।

15 August 2024

आजादी का दिन मुबारक

फुटपाथ पे हर रहने वाले को,
सांस हर एक गिन-गिन मुबारक।
जूठन ढूंढते लावारिस बचपन को,
हर सपने में टिफिन मुबारक।

आजादी का दिन मुबारक।

महंगाई में आटा गीला, 
गहने जैसी गैस मुबारक।  
साक्षर होना कोई न चाहे, 
पढ़ाई-लिखाई पर टैक्स मुबारक। 

आजादी का दिन मुबारक।

अन्नदाता किसान मर रहा, 
आंसुओं को उसका दुख मुबारक। 
खून चूस कर जो गुल्लक भरता,
उसको पल भर  सुख मुबारक। 

आजादी का दिन मुबारक। 

अपने घर मणिपुर जलता, 
लेकिन रशिया-यूक्रेन मुबारक।  
सच की आवाज़ बनने वालों को 
संसद का निष्कासन मुबारक। 

आजादी का दिन मुबारक।
आजादी का दिन मुबारक।



-यशवन्त माथुर©
एक निवेदन- 
इस ब्लॉग पर कुछ विज्ञापन प्रदर्शित हो रहे हैं। आपके मात्र 1 या 2 क्लिक मुझे कुछ आर्थिक सहायता कर सकते हैं। 




2 comments:

  1. कटु सत्य, मार्मिक रचना !

    ReplyDelete
  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति

    ReplyDelete
1261
12027
+Get Now!