प्रतिलिप्याधिकार/सर्वाधिकार सुरक्षित ©

इस ब्लॉग पर प्रकाशित अभिव्यक्ति (संदर्भित-संकलित गीत /चित्र /आलेख अथवा निबंध को छोड़ कर) पूर्णत: मौलिक एवं सर्वाधिकार सुरक्षित है।
यदि कहीं प्रकाशित करना चाहें तो yashwant009@gmail.com द्वारा पूर्वानुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें।

20 December 2024

अधिकार हूं.......

फैशन नहीं
विचार हूं
जन मन का 
स्वीकार हूं।

बहुजन का
गौरव हूं
अन्याय का
प्रतिकार हूं।

मैं अंबेडकर हूं...
संविधान हूं....
समता का
अधिकार हूं।

✓यशवन्त माथुर©
20 दिसंबर 2024


  एक निवेदन- 
इस ब्लॉग पर कुछ विज्ञापन प्रदर्शित हो रहे हैं। आपके मात्र 1 या 2 क्लिक मुझे कुछ आर्थिक सहायता कर सकते हैं। 

12 December 2024

उतार लूं अपने आप को......

बजाय इसके कि 
दिन के शोर में दब जाए आवाज।
ये अच्छा होगा 
कि सन्नाटे का साज़ 
झकझोर दे रात को।

इसके पहले कि नींद आए
और सो जाऊं मैं।
ये अच्छा होगा कि दिन में ही
समझूं हर सपने की बात को।

बजाय इसके 
कि समझ न आए
यहां अपना किरदार
ये अच्छा होगा कि 
पर्दे से उतार लूं अपने आप को।
.
✓यशवन्त माथुर©
10122024 
कुछ विज्ञापन प्रदर्शित हो रहे हैं। आपके मात्र 1 या 2 क्लिक मुझे कुछ आर्थिक सहायता कर सकते हैं। 
+Get Now!