फैशन नहीं
विचार हूं
जन मन का
स्वीकार हूं।
बहुजन का
गौरव हूं
अन्याय का
प्रतिकार हूं।
मैं अंबेडकर हूं...
संविधान हूं....
समता का
अधिकार हूं।
✓यशवन्त माथुर©
20 दिसंबर 2024
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