अपनी सफलता-
असफलता
उसके कारणों
और उनसे उपजी
क्रिया-प्रतिक्रिया का
प्रतिफल
इसी जन्म में भोगते
40 पार के
कुछ पुरुष
अक्सर
इसलिए हार जाते हैं
क्योंकि उन्होंने
जीता होता है
दुनिया को
अपने संस्कारी -
संकोची
स्वभाव से
जो अगर न होता
उनके भीतर
तो शायद
उनकी उच्छृंखलता
इसी जनम में
बन जाती
उनका काल।
07 01 2025
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बहुत खूबसूरत सृजन!
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteसही है
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