मुझे पता है
कि यहाँ
अपने आस-पास
यह कोलाहल
बस तभी तक है
जब तक
जिस्म को
चला रही साँसों को
मिल नहीं जाता
कोई और
किसी और
नए
कोलाहल के लिए।
06 जनवरी 2025
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सुंदर अभिव्यक्ति
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