06 January 2025

मुझे पता है.......

मुझे पता है 
कि यहाँ 
अपने आस-पास 
यह कोलाहल 
बस तभी तक है 
जब तक 
जिस्म को 
चला रही साँसों को 
मिल नहीं जाता 
कोई और 
किसी और 
नए 
कोलाहल के लिए। 

-यशवन्त माथुर© 
06 जनवरी 2025 
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