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13 March 2025

रंग

यूं तो 
बहुत कुछ 
स्याह - सफेद 
लगा ही रहता है 
जीवन में 
बने रहते हैं 
कुछ दर्द 
हमेशा के लिए 
फिर भी 
आते-जाते 
चलते-फिरते 
हमारा वास्ता 
पड़ता ही है 
रंगों से।  
रंग 
कुछ होते हैं 
हमारी पसंद के 
और कुछ को 
हम 
देखना भी नहीं चाहते 
फिर भी रंग 
समेटे होते हैं 
अपने भीतर 
बहुत सा 
सुख-दुख
और कुछ पल 
जिनको जी कर 
हम बस यही चाहते हैं 
कि रंग बने रहें 
हमेशा के लिए। 

-यशवन्त माथुर© 
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